ऊटी- तमिलनाडु के ऊटी में आयरन की 45 टेबलेट एकसाथ खा लेने से 8वीं क्लास में पढ़ने वाली स्टूडेंट की मौत हो गई। छह दोस्तों के बीच सबसे ज्यादा गोलियां खाने की शर्त लगी थी।

घटना ऊटी म्युनिसिपल उर्दू मिडिल स्कूल की है। मृतक का नाम जेबा फातिमा था। उम्र 13 साल थी। तबीयत बिगड़ने पर फातिमा को अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान तीसरे दिन उसकी मौत हो गई।

6 मार्च को स्कूल में पढ़ने वाले 6 दोस्त लंच के समय प्रिंसिपल के कमरे में गए थे। जहां स्टूडेंट्स ने आयरन की गोलियों का डिब्बा रखा देखा तो उन्होंने शर्त लगाई कि देखें कौन कितनी ज्यादा गोलियां खा सकता है, जो जितनी गोलियां खाएगा वो उतना हिम्मती माना जाएगा।

इसके बाद कमरे में मौजूद 2 लड़कों और 4 लड़कियों ने आयरन की गोलियां खाना शुरू कर दीं। इस दौरान कक्षा 8 में पढ़ने वाली जेबा फातिमा ने सबसे ज्यादा 45 गोलियां खा लीं। इससे फातिमा की तबीयत बिगड़ गई।

स्कूल ने मामले की जानकारी परिवार को दी और फातिमा को कोयम्बटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से डॉक्टरों ने उसे चेन्नई रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान तीसरे दिन स्टूडेंट की मौत हो गई। उसकी मां स्कूल में उर्दू पढ़ाती हैं।

2 लड़कों ने 2-3 और 3 लड़कियों ने 10-10 गोलियां खाई थीं

फातिमा के अलावा तीन अन्य लड़कियों ने करीब 10-10 गोलियां खाईं थीं और दोनों लड़कों ने दो या तीन गोलियां खाई थीं। उन्होंने भी चक्कर आने की शिकायत की। इस पर लड़कों को ऊटी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में, जबकि तीनों लड़कियों को कोयम्बटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।

शिक्षा विभाग ने टीचर्स और प्रिंसिपल से जवाब मांगा

इस मामले में शिक्षा विभाग ने स्कूल के 8 टीचर्स और प्रिंसिपल से स्पष्टीकरण मांगा है। अधिकारियों ने बताया कि सरकारी स्कूलों में आठवीं से बारहवीं कक्षा की छात्राओं को हफ्ते में एक बार आयरन की गोलियां दी जाती हैं। यह काम एक नोडल शिक्षक को सौंपा गया है। घटना के दिन नोडल शिक्षक छुट्टी पर थीं।


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