जम्मू । पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों ने पाक कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नियंत्रण रेखा के आसपास कुकुर-मुत्तों की तरह आतंकी कैंप बना लिए हैं। गत सितंबर में सेना द्वारा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कम से कम 20 ऐसे नए कैंप बन गए हैं। इनसे भारत में आतंकियों को धकेला जाता है। भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विभिन्न आतंकी संगठनों के सीमा पार बने 35 के आसपास कैंपों को हटा लिया गया था। उन्हें पीओके के अंदरूनी हिस्सों में शिफ्ट किया गया था।
खुफिया रिपोर्टो में कहा गया है कि पिछले चार माह में कम से कम 20 नए कैंप बन गए हैं और पहले बने कैंप फिर सीमा के पास आ गए हैं। इससे कैंपों की कुल संख्या बढकर 35 से 55 के बीच हो गई है। ये सारे कैंप सक्रिय ढंग से चल रहे हैं। चार माह में घुसपैठ के 60 प्रयास इस साल अब तक घुसपैठ के 60 प्रयास हो चुके हैं। इनमें 15 आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसने में कामयाब रहे हैं। फिलहाल कश्मीर घाटी में 160 आतंकी सक्रिय हैं। उनके पाक हैंडलरों ने उन्हें हमले तेज करने का निर्देश दिया है। उन्हें कश्मीर में उबाल लाने व सीमा पर तनाव फैलाने का जिम्मा सौंपा गया है।
खुफिया तंत्र के अनुसार चूंकि कश्मीर में अभी 'दरबार मूव' चल रहा है और 8 मई से कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर हो जाएगी, इसलिए भी आतंकियों को सुरक्षा बलों पर हमले तेज करने को कहा है, ताकि अपने गुर्गो का मनोबल कायम रखा जा सके।
बीएसएफ के सहायक महानिदेशक केएन चौबे ने कहा कि सोमवार को पुंछ में पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम (बैट) का हमला सुनियोजित था। पूरी योजना बनाकर पाक सेना के जवानों और आतंकियों ने तय वक्त पर इसे अंजाम दिया। पाकिस्तानी गोलीबारी और बैट के हमले में दो जवानों के शहीद होने से उपजे हालात का जायजा लेने आए अतिरिक्त महानिदेशक ने कहा कि नियंत्रण रेखा की सुरक्षा में तैनात सेना व बीएसएफ जवान स्पेशल ऑपरेटिंग प्रोसीजर पर अमल कर रहे थे। हम ऐसे हमलों से सबक लेते हैं। ऐसे में सीमा सुरक्षा बल व सेना नए सिरे से नियंत्रण रेखा की सुरक्षा के लिए स्पेशल ऑपरेटिंग प्रोसीजर की फिर से समीक्षा करेगी, ताकि ऐसे हमले नाकाम किए जा सकें। जिस दल पर हमला किए गया, उसमें सीमा सुरक्षा बल के 6 व सेना के 3 जवान शामिल थे।
कृष्णा घाटी में वीभत्स हमले के बाद सोमवार शाम कश्मीर पहुंचे सेनाध्यक्ष जनरल बिपीन रावत ने मंगलवार को नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाकों का दौरा किया। उन्होंने जवानों को अलर्ट रहने व किसी भी दुस्साहस को विफल रहने का निर्देश दिया। सेना प्रमुख ने जवानों को भरोसा दिलाया कि कश्मीर घाटी में देश की एकता, अखंडता व शांति कायम रखने के लिए आपकी बहादुरी भरे प्रयासों में पूरा देश आपके साथ है।
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